July 8, 2009

विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत

नोएडा ।। सेक्टर-15 में रहने वाली एक विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बत
ाया जाता है कि गुरुवार रात उसने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर
ली। घटनास्थल से मिले 'स्यूसाइड नोट' से पता चला है कि विवाहिता ने
लोकलाज के डर से यह कदम उठाया।

पुलिस के अनुसार, पड़ोस में रहने वाले एक कॉल सेंटरकर्मी व ट्यूटर से
अवैध संबंध के बारे में परिजनों को पता चल गया था। इस वजह से वह मानसिक
रूप से परेशान हो गई थी। इससे छुटकारा पाने के लिए आखिरकार उसने मौत को
गले लगा लिया। मृतका के पति ने ट्यूटर पर ब्लैकमेल करने और आत्महत्या के
लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-20 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस ने आरोपी ट्यूटर को अरेस्ट कर लिया है। हालांकि 'स्यूसाइड नोट' की
हकीकत की पुलिस ने अभी कोई जांच नहीं कराई है।

गिरफ्तार ट्यूटर विकास ग्रोवर है। वह दिल्ली स्थित एक कॉल सेंटर में
कार्यरत है और ट्यूशन भी पढ़ाता है। पुलिस के मुताबिक विवाहिता पूजा
(परिवर्तित नाम) अपने दो बच्चों और पति के साथ सेक्टर-15 में रहती थी।
बताया जाता है कि गुरुवार रात जब पूजा के प्रॉपर्टी डीलर पति घर पहुंचे
तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी नहीं
खुला तो उसने दरवाजा तोड़ दिया। कमरे में घुसा तो देखा कि पूजा चुन्नी से
फंदा लगाकर पंखे से लटकी हुई थी। उन्होंने तुरंत उसे फंदे से उतारा और
पड़ोसियों की मदद से कैलाश अस्पताल ले आए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर
दिया। देर रात करीब 12 बजे इस बारे में पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने जब
घटनास्थल की छानबीन की तो कमरे में रखे एक रजिस्टर के पेज पर लिखा हुआ
स्यूसाइड नोट मिला।

स्यूसाइड नोट में लिखा है कि आर्थिक तंगी की वजह से बच्चों की पढ़ाई में
दिक्कत आ रही थी। इससे वह परेशान हो गई थी। इस दौरान विकास नामक युवक
बच्चों को फ्री में पढ़ाने के लिए तैयार हो गया। इस तरह विकास की तरफ
झुकाव बढ़ता गया और बाद में संबंध बन गए। घरवालों और बच्चों को जब इसकी
भनक लगी तो वह शर्म महसूस करने लगी और समाज में बदनाम का डर भी सताने
लगा। लिहाजा, आत्महत्या करना ही अब आखिरी रास्ता बचा था। स्यूसाइड नोट के
आखिर में यह भी लिखा है कि ट्यूटर विकास पर वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती।
वहीं, पूजा के पति के मुताबिक ट्यूटर विकास ग्रोवर ब्लैकमेल करने लगा था।
इस वजह से वह परेशान रहने लगी थी।

http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/4735526.cms

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